जनकसुता हरि दास कहावो, ताकी शपथ विलम्ब न लावो । इन्हें मारु, तोहि शपथ राम की, राखउ नाथ मरजाद नाम की । अब विलम्ब केहि कारन स्वामी, कृपा करहु उर अन्तर्यामी । Bhima encountered Hanuman lying on the bottom in The form of a feeble old monkey. He asked Hanuman https://samuelb962ilm1.blogozz.com/31987846/the-basic-principles-of-panchmukhi-hanuman